हर तरफ है नफरतों का बीज अब इनके ही अब तो ठिकाने हो गए। हर तरफ है नफरतों का बीज अब इनके ही अब तो ठिकाने हो गए।
कोई कोई कर भी लेता है अपनो के लिए। कोई कोई कर भी लेता है अपनो के लिए।
वो दर्द ना ही कभी बयां कर पाते हैं, ना ही किसी से कहे पाते हैं। वो दर्द ना ही कभी बयां कर पाते हैं, ना ही किसी से कहे पाते हैं।
इस की हर किसी से उम्मीद ना रखें, क्योंकि बहुत ही कम लोग दिल के धनवान होते हैं । इस की हर किसी से उम्मीद ना रखें, क्योंकि बहुत ही कम लोग दिल के धनवान होते हैं...
वाकिफ है तू मेरे दिल के जज्बात से। वाकिफ है तू मेरे जिंदगी के हालात से। फिर बता दे वाकिफ है तू मेरे दिल के जज्बात से। वाकिफ है तू मेरे जिंदगी के हालात से। ...
जब कभी टूट कर बिखर जाती हूँ मैं तुम्हें दिल के बहुत पास कहीं पाती हूँ। जब कभी टूट कर बिखर जाती हूँ मैं तुम्हें दिल के बहुत पास कहीं पाती हूँ।